उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया। बजट में प्रदेश के एजुकेशन (Education) सेक्टर को रफ्तार देने के लिए 1,06,360 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। एजुकेशन सेक्टर को कुल बजट का 13 प्रतिशत प्राप्त हुआ है। प्राथमिक और उच्च शिक्षा, स्कूल के बुनियादी ढांचे और सीखने की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण ऐलान बजट में किया गया है। राज्य सरकार ने दावा किया कि शिक्षा पर खर्च करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश अग्रणी बना हुआ है। आइए जानते हैं कि एजुकेशन सेक्टर में क्या-क्या बदलाव होंगे।
बजट में शिक्षा मित्रों, बेसिक शिक्षा विभाग के तहत प्रशिक्षकों और मानदेय के आधार पर काम करने वाले कर्मियों के लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की भी घोषणा की है। वहीं राज्य में एमबीबीएस सीटें बढ़ाने और दो नए मेडिकल काॅलेज खोलने का भी ऐलान किया गया है।
एजुकेशन सेक्टर में क्या-क्या होंगे बदलाव
– पीएम श्री योजना के तहत चयनित स्कूलों में बच्चों को स्मार्ट एजुकेशन से जोड़ा जाएगा। इसके लिए 580 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
– समग्र शिक्षा योजना के तहत सभी प्राइमरी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल के रुप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
– प्राथमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में आईसीटी लैब और स्मार्ट क्लास रूम विकसित किए जाएंगे।
राजकीय पॉलिटेक्निक काॅलेजों में स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाएगी।
– प्रतियोगी छात्रों को उनके घर के समीप कोचिंग की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए नए अभ्युदय कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे।
– 12वीं बोर्ड परीक्षा में टाॅप करने वाली छात्रों को स्कूटी दी जाएगी। इसके लिए रानी लक्ष्मी बाई स्कूटी योजना के लिए 400 रुपए आवंटित किए गए हैं।
– बलिया में स्वायत्त मेडिकल कॉलेज के लिए की स्थापना के लिए 27 करोड़ रुपए आवंटित किए गए है।
– बलरामपुर में स्वायत्त मेडिकल कॉलेज के लिए 25 करोड़ रुपए का बजट
– राज्य के मेडिकल काॅलेजों में एमबीबीएस की 1500 सीटें और बढ़ाई जाएंगी।
– युवाओं के कौशल विकास पर भी बजट में ध्यान केंद्रित किया गया है।