लखनऊ ।भारत सरकार ने ‘देश का प्रकृति परीक्षण’ अभियान में मानवेंद्र सिंह, आईएएस, को उनकी उत्कृष्ट कार्यशीलता और समर्पित सेवा के लिए एक प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। श्री सिंह ने आयुष निदेशालय, उत्तर प्रदेश सरकार में निदेशक के रूप में कार्य करते हुए इस महत्वपूर्ण अभियान में सक्रिय और प्रेरणादायक भागीदारी निभाई।
प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान को ध्यान में रखते हुए, यह सम्मान उन्हें उनके कार्य के प्रति समर्पण और अभियान के प्रति जागरूकता के लिए प्रदान किया गया। श्री सिंह ने अभियान के तहत विभिन्न पहलुओं पर काम किया, जिसमें आयुष चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देना, प्राकृतिक स्वास्थ्य उपायों के लाभों को जन-जन तक पहुंचाना और स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना शामिल था।
इस अवसर पर, वैद्य जयंत देवपुजारी, सभापति, भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग ने मानवेंद्र सिंह की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा, “श्री सिंह ने ‘प्रकृति परीक्षण’ अभियान को नई दिशा दी और इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका समर्पण प्रेरणादायक है।”
इसके अतिरिक्त, प्रतापराव जाधव, केंद्रीय आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने भी इस अभियान में श्री सिंह की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्री सिंह की प्रतिबद्धता और नेतृत्व के कारण इस अभियान ने व्यापक पहचान बनाई और इससे देशभर में आयुष पद्धतियों को एक नया प्रोत्साहन मिला।देश के प्रकृति परीक्षण’ अभियान का उद्देश्य भारतीय चिकित्सा पद्धतियों, विशेषकर आयुष चिकित्सा, के द्वारा लोगों के जीवन में सुधार लाना और प्राकृतिक उपचारों को बढ़ावा देना है। इस अभियान ने न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के महत्व को उजागर किया है।श्री सिंह का यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आयुष चिकित्सा की दिशा में एक नई ऊर्जा और भविष्य के लिए सकारात्मक परिवर्तन संभव है।