यूथ इंडिया संवाददाता, फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वी के सिंह ने सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट कर्मियों की दखल के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। इस कार्रवाई से प्रशासनिक गलियारों में हडक़ंप मच गया है।
डॉ. सिंह की इस मुहिम का उद्देश्य सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट कर्मियों की उपस्थिति भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है और सरकारी प्रक्रियाओं को बाधित करती है।
जिला प्रशासन ने सरकारी दफ्तरों में छापेमारी कर कई प्राइवेट कर्मियों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई जिला मुख्यालय के साथ-साथ विभिन्न तहसील और ब्लॉक कार्यालयों में की गई।
डीएम डॉ. वी के सिंह ने कहा, सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट कर्मियों की दखल पूरी तरह से अस्वीकार्य है। हम इस प्रकार की गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं। जो भी इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस मुहिम के तहत कई विभागों के प्रमुखों को भी चेतावनी दी गई है कि वे अपने कार्यालयों में प्राइवेट कर्मियों की उपस्थिति पर सख्त निगरानी रखें।
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई से सरकारी दफ्तरों में अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ेगी। सरकारी कर्मियों और जनता ने भी इस मुहिम की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इससे सरकारी कार्यप्रणाली में सुधार होगा। इस मुहिम के तहत जिला प्रशासन द्वारा सरकारी दफ्तरों में नियमित रूप से निगरानी रखी जाएगी और भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी।