– SC में सरकार नहीं कर रही पैरवी
– अधिकारी दे रहे है धमकियाँ
लखनऊ: लंबे समय से नियुक्ति की मांग कर रहे 69000 शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों (teacher recruitment candidates) का आक्रोश बुधवार को फिर फूट पड़ा। अभ्यर्थियों ने 6800 खाली पदों पर नियुक्ति की मांग को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (Union Minister Anupriya Patel) के आवास का घेराव किया। उनका कहना था कि बीते चार सालों से वे सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं, मगर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
अभ्यर्थियों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में पिछले एक साल से मामला लंबित है, 20 से अधिक तारीखें लग चुकी हैं, लेकिन सरकार की ओर से न तो कोई वकील पेश हुआ और न ही अर्जेंसी लगाई गई। उनका आरोप है कि सरकार कोर्ट में जानबूझकर देरी कर रही है ताकि अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया रुकी रहे।
उन्होंने कहा कि जब वे अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों से मिलने जाते हैं, तो वहां से उन्हें धमकियां दी जाती हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि हम हाई कोर्ट की डबल बेंच से जीत चुके हैं, इसके बावजूद सुप्रीम कोर्ट में सरकार की अनुपस्थिति के कारण आगे की कार्यवाही नहीं हो पा रही है। इससे पहले अभ्यर्थियों ने सोमवार को शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और मंगलवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास का भी घेराव किया था, लेकिन कहीं भी उन्हें सुनवाई नहीं मिली।
बुधवार को अनुप्रिया पटेल के आवास के बाहर धरना दे रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हुई। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब वे अपनी मांगें लेकर आते हैं, तो उनसे पहले पुलिस पहुंच जाती है और आवाज को दबा दिया जाता है। बाद में सभी को इको गार्डन भेज दिया गया।