पीलीभीत टाइगर रिजर्व में विजिटिंग सीज़न का समापन
2024-25 सीज़न में 160 लाख रुपये से अधिक का हुआ राजस्व
56289 भारतीय और 452 विदेशी पर्यटक पहुंचे; पर्यटन सुविधाओं का लगातार विस्तार
पीलीभीत: पीलीभीत टाइगर रिजर्व (PTR) में पर्यटन सत्र 2024-25 का समापन रविवार 15 जून को हो गया। यह सत्र 6 नवंबर 2024 को आरंभ हुआ था। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority), नई दिल्ली द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार हर वर्ष यह सत्र 15 जून को बंद कर दिया जाता है। समापन समारोह का आयोजन टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) परिसर स्थित सुनगढ़ी रेंज के पर्यटन वन विश्राम भवन में किया गया।
इस सीज़न के दौरान कुल 56741 पर्यटकों ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व का भ्रमण किया, जिसमें 56289 भारतीय और 452 विदेशी पर्यटक शामिल रहे। विभाग को इससे 1 करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। वर्ष 2023-24 में 54378 पर्यटक आए थे जबकि उससे पहले के वर्षों में यह संख्या बेहद सीमित थी।
अधिकारियों ने भी बढ़ाया कार्यक्रम का गौरव समापन समारोह में प्रमुख सचिव, मुख्य वन संरक्षक, न्यायिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और उच्चाधिकारीगण शामिल हुए। इनके साथ सैकड़ों की संख्या में वन्यजीव प्रेमियों की उपस्थिति रही। इस अवसर पर टाइगर रिजर्व द्वारा स्थानीय कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी कराई गईं। पीलीभीत टाइगर रिजर्व क्षेत्र में वर्तमान में 07 पर्यटन वन विश्राम भवन पर्यटकों के ठहरने हेतु उपलब्ध हैं। पर्यटकों के लिए 04 गेट, 01 कैफेटेरिया और 01 ट्रॉली गेट संचालित किए गए।
पर्यटकों को टाइगर सफारी के लिए 90 जिप्सी गाड़ियों की सुविधा दी गई, जिनके जरिए 1039 सफारी राइड्स कराई गईं। विभाग द्वारा 04 वॉच टॉवर्स, कैट वॉक, तथा प्राकृतिक फोटोपॉइंट ज़ोन भी स्थापित किए गए हैं। इस वर्ष विशेष रूप से वन्यजीव चित्रकला केंद्र, नेचर गैलरी, और मोबाइल कैम्पिंग स्थल की भी व्यवस्था की गई। पीटीआर की वेबसाइट www.pilibhittigerreserve.in तथा ट्विटर हैंडल @pilibhitR के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया गया।
साथ ही, क्षेत्रीय मुख्यालयों पीलीभीत भीत, लखीमपुर और बरेली के पास 03 फिक्स्ड साउंड जैकेट की सुविधा दी गई। “मोतीकोट घाट” पर फोटोपॉइंट कैप्सूल का निर्माण किया गया जिसे चंडा-खेमकरन विकास समिति द्वारा संरक्षित किया गया। पिछले वर्षों की तुलना में पर्यटन में जबरदस्त उछाल वर्ष 2014-15 में जहां सिर्फ 10 विदेशी और 14172 भारतीय पर्यटक पहुंचे थे, वहीं 2024-25 में यह संख्या बढ़कर क्रमश: 452 और 56289 हो गई है। राजस्व में भी भारी वृद्धि दर्ज की गई है — 2014-15 में जहां 17 लाख रुपये का राजस्व मिला था, वहीं इस वर्ष यह आंकड़ा 1.6 करोड़ रुपये को पार कर गया है।
इस अवसर पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि विभाग का प्रयास पर्यटन सुविधाओं के सतत विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता पर भी केंद्रित रहेगा। आगामी सत्र में और अधिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी, जिससे पर्यटकों का अनुभव और समृद्ध हो सके।
कुल पर्यटन गाड़ियों द्वारा 1039 बार सफारी राइड्स कराई गईं। रिजर्व क्षेत्र में 03 होम स्टे और वॉटर बोटिंग की सुविधा भी चालू है। कैफेटेरिया और सोलर पॉइंट के अतिरिक्त फोटो जोन की स्थापना की गई। रिजर्व में विजिटर्स के लिए सुरक्षा की दृष्टि से CCTV वॉच टावर और गाइड सेवा उपलब्ध।