– मच्छरों के लार्वा पर जैविक नियंत्रण की पहल
-दवाओं के बजाय प्राकृतिक समाधान को बढ़ावा
लखनऊ: नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (zoo), लखनऊ में मच्छरों की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए एक अनूठी जैविक पहल की गई। प्राणि उद्यान की निदेशक अदिति शर्मा द्वारा गम्बूसिया मछली (Gambusia fish) के 50 जोड़ों को नवनिर्मित एण्ट्री प्लाजा के लोटस पॉण्ड में प्रवाहित किया गया। इस जैविक उपाय का मुख्य उद्देश्य मच्छरों के लार्वा को समाप्त करना है, जिससे दवाओं के छिड़काव की आवश्यकता न पड़े।
गौरतलब है कि गम्बूसिया मछली को “मॉस्कीटो फिश” भी कहा जाता है, क्योंकि यह पानी में मौजूद मच्छरों के लार्वा को खाकर उनकी जनसंख्या को नियंत्रित करती है। यह पर्यावरण के अनुकूल और रासायनिक रहित उपाय है, जो विशेष रूप से मानसून के मौसम में प्रभावी होता है।
इन्द्रमणि राजा (मत्स्य विशेषज्ञ) ने बताया कि “गम्बूसिया मछलियाँ बहुत तेजी से अपनी संख्या बढ़ाती हैं और आने वाले समय में इन्हीं तालाबों से इन मछलियों को शहर के अन्य हिस्सों जैसे नाले-नालियों में भी प्रवाहित किया जाएगा, जिससे मच्छरों पर प्राकृतिक रूप से नियंत्रण पाया जा सके।” यह पहल न केवल प्राणि उद्यान में आने वाले हजारों आगंतुकों को मच्छरों से राहत देगी, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने और रसायनमुक्त समाधान की दिशा में भी एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करेगी।
इस अवसर पर प्राणि उद्यान के उप निदेशक डॉ. उत्कर्ष शुक्ला, अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सभी ने इस जैविक उपाय को साफ-सुथरे और स्वस्थ वातावरण की दिशा में एक अहम कदम बताया।