चित्रकूट। जिले में डीएम शिवशरणप्पा के तबादले के बाद प्रशासन ने कोषागार विभाग में हुए 43 करोड़ रुपये के घोटाले पर कड़ा रुख अपना लिया है। पुलिस ने इस प्रकरण में नामजद 97 आरोपियों में से 15 को गिरफ्तार कर लिया है। अब सभी से घोटाले का सच जानने के लिए पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, लगभग दस दिन पहले कोतवाली में 97 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। इसी बीच एक आरोपी की मौत भी हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपियों की तलाश तेज कर दी थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
गिरफ्तार किए गए पेंशनरों में मिथलेश उर्फ भोला, अमृतलाल, राम शिरोमणि, गौरेंद्र शिवहरे, मोहनलाल, जगतनारायण त्रिपाठी, धनपति देवी, दुर्गा प्रसाद, कमला देवी, संतोष कुमार मिश्रा, रामरतन, लक्ष्मी देवी, मोहनलाल (2) और जवाहर लाल शामिल हैं।
सभी आरोपियों को कड़ी पुलिस सुरक्षा में जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके बाद उन्हें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत से सभी को रिमांड पर लेने का अनुरोध किया, जिस पर अदालत ने सभी 15 आरोपियों को रिमांड पर भेजने का आदेश दे दिया है।
प्रशासन का कहना है कि इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।





