– पुराने वोट बैंक का फिर होगा सहारा
– हर कीमत पर हिंदुत्व का राग अलापने वाली बीजेपी को पटखनी देना प्राथमिकता
लखनऊ।समाजवादी पार्टी ने 2027 के लिए मोर्चा कसना शुरू कर दिया है। लखनऊ में पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बिजनौर व नगीना के मजहबी रहनुमाओं का बड़ा प्रतिनिधिमंडल मिला। इस मुलाक़ात की जमीन पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सुफियान कुरैशी ने तैयार की।
प्रतिनिधिमंडल ने जिले की सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक हालात पर चर्चा की और साफ कहा कि अगर जनता को न्याय और अधिकार चाहिए तो 2027 में सपा को और मजबूत करना होगा। इस मौके पर रहनुमाओं ने अपने सुझाव दिए और पार्टी को ज़मीन पर सक्रिय करने का भरोसा दिलाया।
इस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई जनाब सालिम अय्यूबी ने की। हकीम मौलाना मोहम्मद कामिल, मौलाना मोहम्मद नफीस क़ासमी, मौलाना मोहम्मद शमशेर क़ासमी, मुफ़्ती मोहम्मद जुबैर क़ासमी, मुफ़्ती मोहम्मद आमिर क़ासमी, मुफ़्ती साजिद, मौलाना मोहम्मद अकील, मुफ़्ती अनस क़ासमी, मौलाना मोहम्मद मुख़्तार, मौलाना ग़ुफ़रान, मुफ़्ती मोहम्मद रियाज़ क़ासमी, क़ारी मोहम्मद हाशिम, क़ारी मोहम्मद दानिश, मुफ़्ती मोहम्मद वसीम क़ासमी, मौलाना सलमान नदवी, मौलाना साद और मौलाना उस्मान समेत कई नाम शामिल रहे। इलाहाबाद से जावेद मोहम्मद भी इस मुलाकात में मौजूद रहे।
अखिलेश यादव ने साफ किया कि समाजवादी पार्टी हर वर्ग की आवाज़ है और रहेगी। जनता के हक़ और इंसाफ़ की लड़ाई पूरी ताक़त से लड़ी जाएगी।
सपा का सीधा संदेश है— “देश की वोट पर शिकंजा कसने वाली बीजेपी को जनता 2027 में जवाब देगी। जिस तरह बीजेपी ने धर्म और नफरत की राजनीति से लोकतंत्र को बंधक बनाया है, उसका हिसाब आने वाले चुनाव में होगा।”