वाराणसी। इस साल काशी में देव दीपावली (Dev Deepawali) का आयोजन बेहद खास होने जा रहा है। करीब 20 लाख दीपों से काशी के सभी घाट और रामनगर के रेती क्षेत्र को जगमगाया जाएगा। प्रशासन के मुताबिक, 12 लाख दीये प्रशासन द्वारा, सात लाख दीये विभिन्न समितियों के जरिए और एक लाख दीये काशी के स्थानीय लोगों द्वारा जलाए जाएंगे। इस दौरान लगभग दस लाख पर्यटकों के काशी आने की उम्मीद है। देव दीपावली पर इस बार लेजर शो के जरिए शिव महिमा का वर्णन भी दिखाया जाएगा।
वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि इस बार देव दीपावली (Dev Deepawali) के आयोजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। लाखों दीपों के साथ-साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गंगा द्वार और चेत सिंह घाट पर लेजर शो का आयोजन होगा। साथ ही, गंगा के उस पार रामनगर के रेती क्षेत्र में आतिशबाजी का भव्य प्रदर्शन किया जाएगा। काशीवासियों और पर्यटकों को इस आयोजन का पूरे साल इंतजार रहता है।
15 नवंबर को होने वाली देव दीपावली (Dev Deepawali) से पहले, 12 से 14 नवंबर तक अस्सी घाट पर गंगा महोत्सव आयोजित किया जाएगा, जिसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। इस अवसर पर पर्यटन विभाग “एक दीया काशी के नाम” अभियान चलाने जा रहा है, जिसके तहत लोग अपने पूर्वजों के नाम से दीप दान कर सकते हैं, जिसे गंगा किनारे घाटों पर जलाया जाएगा।
पर्यटन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे शहीदों और पूर्वजों की याद में गंगा घाट, कुंड और तालाबों पर एक दीप जलाएं। पर्यटन विभाग के उप निदेशक राजेंद्र कुमार रावत ने कहा कि इस अभियान के तहत कोई भी व्यक्ति दशाश्वमेध घाट स्थित पर्यटन विभाग के कार्यालय पर दीप दान कर सकता है, जिसे देव दीपावली के दिन घाटों पर प्रज्ज्वलित किया जाएगा।
इस वर्ष काशी में देव दीपावली (Dev Deepawali) का आयोजन न केवल भव्य होगा, बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लेजर शो और आतिशबाजी के साथ यह एक अविस्मरणीय अनुभव भी बनेगा।