यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले के इस्माइलगंज मोहल्ले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां 18 वर्षीय छात्रा काशिश गुप्ता ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दुखद घटना से न केवल परिवार बल्कि पूरे मोहल्ले में शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है।
काशिश गुप्ता, जो कि कक्षा 12 की छात्रा थी, दोपहर को अपने घर में अकेली थी। इस दौरान उसने घर में उपलब्ध दुपट्टे का उपयोग कर खुद को फांसी पर लटका लिया। काशिश का छोटा भाई मयंक जब स्कूल से घर लौटा तो उसने काशिश को फांसी के फंदे पर झूलते हुए पाया। मयंक ने तुरंत शोर मचाया, जिससे पड़ोसी मौके पर इक_ा हो गए। पड़ोसियों ने तत्काल काशिश को फंदे से नीचे उतारा और जिला अस्पताल लोहिया ले गए, जहां डॉक्टर नीरज वर्मा, जो उस समय इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात थे, ने काशिश को मृत घोषित कर दिया।
काशिश के पिता विनोद गुप्ता ने बताया कि उस समय उनकी पत्नी सुधा किसी आवश्यक कार्य से फतेहगढ़ गई थीं। काशिश का बड़ा भाई पारस पास के ही मोहल्ले में काम करता है और छोटा भाई मयंक स्कूल गया हुआ था। उन्होंने कहा कि काशिश का किसी के साथ कोई विवाद नहीं था, और न ही उसने आत्महत्या करने से पहले कोई संकेत या संदेश दिया, जिससे इस घटना का कारण समझ पाना कठिन हो रहा है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच में जुट गई है। पुलिस अधिकारी परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों से भी पूछताछ कर रहे हैं, ताकि इस आत्महत्या के पीछे के संभावित कारणों का पता लगाया जा सके।
काशिश के आत्महत्या करने के कारणों को लेकर परिवार और पड़ोसी स्तब्ध हैं। विनोद गुप्ता के अनुसार, काशिश का किसी से कोई झगड़ा या तनाव नहीं था। वह पढ़ाई में भी ठीक-ठाक थी और परिवार के साथ भी उसका व्यवहार सामान्य था। इसके बावजूद, इस तरह के कदम उठाने का क्या कारण हो सकता है, यह परिवार और पुलिस के लिए एक बड़ा सवाल है।