16 जून से 30 जून तक चलेगा विशेष अभियान, वृद्धाश्रम, अनाथालय, बाजारों व ईंट भट्टों में होगी जांच
पीलीभीत: शासन के निर्देश पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 100 दिवसीय सघन टीबी स्क्रीनिंग अभियान (intensive TB screening campaign) का विस्तार प्रदेश के समस्त जनपदों में किया गया है। इसी क्रम में पीलीभीत (pilibhit) जनपद में भी 16 जून से 30 जून 2025 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें मलिन बस्तियों, झुग्गियों, अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार, साप्ताहिक बाजार, फल-सब्जी मंडियों, लेबर मार्केट, निर्माणाधीन स्थलों, ईंट भट्टों एवं खदान क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए स्क्रीनिंग की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य समाज के कमजोर व उपेक्षित वर्गों में क्षय रोगियों की पहचान कर उन्हें शीघ्र इलाज मुहैया कराना है। इसके लिए चिन्हित क्षेत्रों में विशेष टीमों द्वारा घर-घर जाकर लक्षणयुक्त व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
उन्होंने बताया कि स्क्रीनिंग में खासतौर पर 60 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजन, कुपोषित व्यक्ति, मधुमेह से पीड़ित, धूम्रपान, शराब या अन्य नशा करने वाले, वर्तमान या पूर्व टीबी रोगी, एचआईवी ग्रसित लोग व अन्य जोखिम वाली आबादी को प्राथमिकता दी जाएगी।
टीबी रोग की पहचान के लिए दो सप्ताह से अधिक पुरानी खांसी, लगातार बुखार, रात में पसीना आना, वजन घटना, भूख न लगना, थकान, मुंह से खून आना, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द और गर्दन में गांठें जैसी लक्षणों को प्रमुखता से देखा जाएगा।
इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए 13 जून को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक कुमार की अध्यक्षता में कार्यालय सभागार में एक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एस.के. सिंह समेत सभी अधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी व स्टाफ को CY-TB वैक्सीन व BPALM Regimen की जानकारी के साथ प्रशिक्षण दिया गया।
अधिकारियों ने आमजन से अपील की है कि अगर किसी को टीबी जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो वह तुरंत स्वास्थ्य टीम से संपर्क करें। समय से जांच और इलाज टीबी को पूरी तरह से ठीक कर सकता है।